SGX से GIFT Nifty तक का सफर – जानें इसका महत्व और भारत को क्या फायदा 2025-26

By: kundan kumar

On: Thursday, July 31, 2025 9:07 AM

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भारतीय शेयर बाजार में एक ऐतिहासिक बदलाव के रूप में, SGX Nifty को GIFT Nifty के रूप में रीब्रांड किया गया और इसका आधार सिंगापुर एक्सचेंज (SGX) से भारत के गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT City) में स्थानांतरित कर दिया गया। यह बदलाव 3 जुलाई 2023 को पूरा हुआ, जब SGX Nifty के सभी खुले कॉन्ट्रैक्ट्स को NSE इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर (NSE IFSC) में स्थानांतरित कर दिया गया। इस लेख में हम SGX से GIFT Nifty तक के इस सफर, इसके महत्व और भारत को होने वाले फायदों पर चर्चा करेंगे।

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SGX Nifty क्या था?

SGX Nifty, सिंगापुर एक्सचेंज पर ट्रेड होने वाला एक डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट था, जो भारत के Nifty 50 इंडेक्स पर आधारित था। यह 2000 में शुरू हुआ और विदेशी निवेशकों, विशेष रूप से FIIs (Foreign Institutional Investors) और NRIs (Non-Resident Indians) के लिए भारतीय शेयर बाजार में निवेश का एक आसान तरीका प्रदान करता था। यह कॉन्ट्रैक्ट 16 घंटे (सुबह 6:30 बजे से रात 11:30 बजे तक IST) ट्रेड होता था, जिससे वैश्विक निवेशकों को भारतीय बाजार के बंद होने के बाद भी ट्रेडिंग का अवसर मिलता था। SGX Nifty भारतीय बाजार के शुरुआती रुझानों का एक प्रमुख संकेतक था।

 GIFT Nifty

GIFT Nifty क्या है?

GIFT Nifty भी Nifty 50 इंडेक्स पर आधारित एक फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट है, जो अब NSE इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IX) पर GIFT City, गुजरात में ट्रेड होता है। यह SGX Nifty का भारतीय विकल्प है, जो USD में निपटाया जाता है और IFSCA (International Financial Services Centres Authority) के नियामक ढांचे के तहत संचालित होता है। GIFT Nifty में चार मुख्य प्रोडक्ट्स शामिल हैं:

  • GIFT Nifty 50

  • GIFT Nifty Bank

  • GIFT Nifty Financial Services

  • GIFT Nifty IT

GIFT Nifty की ट्रेडिंग दो सत्रों में होती है:

  • सत्र 1: सुबह 6:30 बजे से दोपहर 3:40 बजे (IST)

  • सत्र 2: शाम 4:35 बजे से अगली सुबह 2:45 बजे (IST)

यह लगभग 21 घंटे की ट्रेडिंग विंडो प्रदान करता है, जो SGX Nifty से 5 घंटे अधिक है।

SGX Nifty से GIFT Nifty में बदलाव क्यों?

SGX Nifty के बढ़ते प्रभाव और इसकी ट्रेडिंग से होने वाले लाभ मुख्य रूप से सिंगापुर को प्राप्त हो रहे थे, जिससे भारत को सीमित फायदा मिलता था। इसके अलावा, सिंगापुर एक्सचेंज द्वारा भारतीय बाजार के अन्य डेरिवेटिव्स लॉन्च करने की योजना ने SEBI (Securities and Exchange Board of India) को चिंतित किया। भारत सरकार और NSE ने इस स्थिति को बदलने के लिए GIFT City को एक वैश्विक वित्तीय हब के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया। 2022 में NSE और SGX के बीच एक सहमति बनी, जिसके तहत SGX Nifty के सभी कॉन्ट्रैक्ट्स को NSE IFSC में स्थानांतरित कर दिया गया। यह बदलाव निम्नलिखित कारणों से प्रेरित था:

  1. नियामक नियंत्रण: भारतीय नियामक ढांचे के तहत ट्रेडिंग को लाना, जिससे पारदर्शिता और नियंत्रण बढ़े।

  2. आर्थिक लाभ: ट्रेडिंग वॉल्यूम को भारत में लाकर राजस्व और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना।

  3. GIFT City का विकास: इसे वैश्विक वित्तीय केंद्रों जैसे दुबई, मॉरीशस और सिंगापुर के समकक्ष स्थापित करना।

GIFT Nifty का महत्व

GIFT Nifty का लॉन्च भारत के वित्तीय क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। यह न केवल भारतीय शेयर बाजार को वैश्विक स्तर पर मजबूत करता है, बल्कि निवेशकों के लिए भी कई अवसर प्रदान करता है। इसके प्रमुख महत्व निम्नलिखित हैं:

  • वैश्विक एकीकरण: GIFT Nifty भारत और सिंगापुर के पूंजी बाजारों को जोड़ता है, जिससे वैश्विक निवेशकों के लिए भारतीय बाजार में प्रवेश आसान होता है।

  • बाजार की भविष्यवाणी: यह भारतीय बाजार के खुलने से पहले इसके रुझानों का संकेत देता है, जिससे निवेशक अपनी रणनीति बना सकते हैं।

  • लिक्विडिटी में वृद्धि: स्थानीय और विदेशी निवेशकों की भागीदारी से GIFT Nifty की लिक्विडिटी बढ़ती है, जो मूल्य खोज (price discovery) को बेहतर बनाती है।

  • विश्वसनीयता: IFSCA के नियामक ढांचे के तहत संचालन से बाजार में हेरफेर और धोखाधड़ी की संभावना कम होती है।

भारत को GIFT Nifty से क्या फायदा?

GIFT Nifty के शुरू होने से भारत को कई आर्थिक और रणनीतिक लाभ मिले हैं। ये लाभ न केवल वित्तीय क्षेत्र को मजबूत करते हैं, बल्कि भारत को वैश्विक वित्तीय मंच पर एक मजबूत स्थिति प्रदान करते हैं।

1. वित्तीय नियंत्रण और पारदर्शिता

GIFT Nifty के भारत में स्थानांतरण से भारतीय नियामक, विशेष रूप से SEBI और IFSCA, को Nifty डेरिवेटिव्स पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त हुआ। इससे ट्रेडिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ी और निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ।

2. आर्थिक विकास

SGX Nifty के $7.5 बिलियन के कॉन्ट्रैक्ट्स को GIFT City में स्थानांतरित करने से भारत को भारी राजस्व प्राप्त हुआ। NSE और SGX के बीच 50-50 राजस्व साझेदारी समझौते ने भारत की आय को और बढ़ाया।

3. GIFT City का वैश्विक हब के रूप में उदय

GIFT City को भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय वित्तीय केंद्र बनाने का लक्ष्य इस बदलाव से और मजबूत हुआ। GIFT City अब दुबई, मॉरीशस और सिंगापुर जैसे वैश्विक वित्तीय केंद्रों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहा है। यह विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने और भारत में वित्तीय सेवाओं को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

 GIFT Nifty

4. कर लाभ

GIFT City एक विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) है, जहां निवेशकों को सिक्योरिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (STT), डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स, और कैपिटल गेन्स टैक्स में छूट मिलती है। यह विदेशी निवेशकों के लिए GIFT Nifty को और आकर्षक बनाता है।

5. लंबे ट्रेडिंग घंटे

GIFT Nifty के 21 घंटे के ट्रेडिंग समय ने वैश्विक निवेशकों को अधिक लचीलापन प्रदान किया। यह समय एशिया, यूरोप और अमेरिका के प्रमुख वित्तीय केंद्रों के साथ तालमेल बिठाता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को ट्रेडिंग में आसानी होती है।

6. वैश्विक निवेशकों की भागीदारी

GIFT Nifty के जरिए विदेशी निवेशक बिना भारतीय नियामक जटिलताओं के Nifty 50 में निवेश कर सकते हैं। यह भारत में पूंजी प्रवाह को बढ़ाता है और भारतीय बाजार की वैश्विक पहुंच को मजबूत करता है।

GIFT Nifty कैसे ट्रेड करें?

GIFT Nifty में ट्रेडिंग के लिए निवेशकों को NSE IX के साथ पंजीकृत ब्रोकर के माध्यम से ट्रेड करना होगा। हालांकि, भारतीय रिटेल निवेशकों को लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम (LRS) के तहत GIFT Nifty में ट्रेड करने की अनुमति नहीं है। विदेशी निवेशक और NRI NSE IX के माध्यम से आसानी से ट्रेड कर सकते हैं। ट्रेडिंग प्रक्रिया में निम्नलिखित कदम शामिल हैं:

  1. NSE IX में पंजीकरण: एक पंजीकृत ब्रोकर के साथ खाता खोलें।

  2. मार्जिन जमा करें: फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए मार्जिन मनी जमा करें।

  3. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म: ट्रेडिंगव्यू या अन्य प्लेटफॉर्म्स पर GIFT Nifty के लाइव चार्ट्स और डेटा का उपयोग करें।

  4. ट्रेडिंग रणनीति: बाजार के रुझानों और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर लॉन्ग या शॉर्ट पोजीशन लें।

निष्कर्ष

SGX Nifty से GIFT Nifty तक का सफर भारत के वित्तीय क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह बदलाव न केवल भारत के नियामक नियंत्रण को मजबूत करता है, बल्कि GIFT City को एक वैश्विक वित्तीय हब के रूप में स्थापित करने में भी मदद करता है। GIFT Nifty के लंबे ट्रेडिंग घंटे, कर लाभ, और वैश्विक पहुंच ने इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाया है। यह भारतीय शेयर बाजार को वैश्विक मंच पर और मजबूत करने का एक शानदार अवसर है।

 GIFT Nifty

अगर आप GIFT Nifty में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और NSE IX के पंजीकृत ब्रोकर के साथ शुरुआत करें। अधिक जानकारी के लिए GIFT City की आधिकारिक वेबसाइट या NSE IX पर जाएं।

अस्वीकरण: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। निवेश से पहले पेशेवर सलाह लें।

kundan kumar

मेरा नाम kundan kumar है। मैं स्नातक पास छात्र और एक जुनूनी Content Creator हूँ। मुझे टेक्नोलॉजी, एजुकेशन, ऑटोमोबाइल, करियर गाइडेंस और ट्रेंडिंग विषयों पर लिखना पसंद है। अपने लेखों के माध्यम से मैं पाठकों तक सटीक और उपयोगी जानकारी पहुँचाने की कोशिश करता हूँ, ताकि उन्हें सही निर्णय लेने में मदद मिले।

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